Asaram Bapu: नाबालिग से दुष्कर्म के मामले में आजीवन कारावास की सजा काट रहे स्वयंभू धर्मगुरु आसाराम बापू को राजस्थान हाईकोर्ट ने बहुत बड़ा फैसला लिया है। हाईकोर्ट ने उन्हें 17 दिन की मेडिकल चेकअप के लिए जेल से रिहा है, इसके तहत वे महाराष्ट्र के खोपोली स्थित माधवबाग मल्टीडिसिप्लिनरी कार्डियक केयर क्लीनिक एंड हॉस्पिटल्स में अपना इलाज करवा सकेंगे। तो चलिए इसके बारे में पूरी जानकारी जानते है।
क्यों दिया गया आसाराम को उम्रकैद की सजा?
दरअसल, आसाराम को जोधपुर पुलिस ने 31 अगस्त 2013 को बलात्कार के मामले में गिरफ्तार किया था और तब से वे जेल में हैं। एक किशोरी ने उन पर जोधपुर के पास मणई गांव में स्थित उनके आश्रम में यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया था। उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर की रहने वाली यह लड़की आश्रम में छात्रा थी। आसाराम बापू को इसके अलावा गांधीनगर की अदालत ने बलात्कार के मामले में सजा दी थी।
इस मामले में आसाराम को सेशन कोर्ट ने उम्रकैद की सजा सुनाई थी। आसाराम के खिलाफ रेप का यह मामला साल 2013 में दर्ज हुआ था। पीड़िता के साथ रेप की वारदात साल 2001 से 2006 के बीच हुई थी। यह मामला अहमदाबाद के चांदखेड़ा थाने में दर्ज हुआ था। आसाराम पिछले साढ़े 11 साल से जेल में हैं। आसाराम के बेटे नारायण साईं के खिलाफ भी दुष्कर्म का केस दर्ज हुआ था, इस मामले में साईं को उम्रकैद हुई है।
वर्तमान में क्यों मिली आसाराम को जमानत?
हालाँकि, एक मीडिया रिपोर्ट ने बताया कि, सुप्रीम कोर्ट ने 2013 के बलात्कार मामले में मेडिकल आधार पर आसाराम बापू को अंतरिम जमानत देते हुए कुछ शर्त भी लगाई है. जिसमें कहा गया है कि आसाराम सबूतों से छेड़छाड़ करने की कोशिश नहीं करेंगे और अंतरिम जमानत पर रिहा होने के बाद अपने अनुयायियों से नहीं मिलेंगे।
पैरोल के दौरान ये महत्वपूर्ण शर्तें लागू की गई हैं?
आसाराम के पैरोल के दौरान कुछ जरुरी शर्ते रखी गई जोकि, निम्नलिखित है।
- आसाराम के इलाज के लिए विशेष कक्ष की व्यवस्था की जाएगी।
- अस्पताल के आसपास 5 किलोमीटर के क्षेत्र में उनके अनुयायियों के एकत्र होने पर प्रतिबंध रहेगा।
- मीडिया और प्रेस को अस्पताल परिसर में प्रवेश की अनुमति नहीं होगी।
- किसी भी आगंतुक को आसाराम से मिलने की अनुमति नहीं होगी।
- यात्रा और इलाज का पूरा खर्च आसाराम को स्वयं वहन करना होगा।
- पुलिस अधीक्षक, रायगढ़ अलीबाग (महाराष्ट्र) द्वारा सुझाए गए मापदंडों का पालन सुनिश्चित करना होगा।
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