Brain Boosting Tips: हमारा दिमाग ही हमारे शरीर को नियंत्रित करता है। हम जो सोचते हैं, जो करते हैं, सब दिमाग के कारण ही संभव हो पाता है। इसलिए दिमाग का हेल्दी होना बहुत जरूरी है। अगर दिमाग हेल्दी न रहें तो हमारी क्षमता कम होने लगती है। दिमाग में परिवर्तन होने से हार्ट बीट पर असर पड़ता है। इतना ही नहीं दिमाग ही लंग्स को ऑक्सीजन भेजने के लिए जिम्मेदार है। हमें क्या खाना चाहिए, क्या पहनना चाहिए, हम क्या महसूस करते है, सब दिमाग से नियंत्रित होता है। यही कारण है कि दिमाग का हेल्दी होना बहुत जरूरी है।
अगर हमारी लाइफस्टाइल में समावेश सही से होता है तो हमारा ब्रेन भी हेल्दी रहता है और कंप्यूटर की तरह दिमाग चलता है। इससे ब्रेन पावर भी प्रभावित होता है। यदि आपको तेज या शार्प दिमाग चाहिए तो अपने आहार में कुछ अतिरिक्त चीजों को शामिल कर लें। इससे दिमाग बहुत शार्प हो जाएगा और परीक्षा में यादाश्त दुरुस्त रहेगा।
अपने ब्रेन को बनाये शार्प इन 10 तरीको से
याद रखने का तरीका निकालें
याद रखने के लिए आप एक तरीका निकालें जिसे आप या तो कविता, गीत, चुटकुले, पहेलियों की तरह याद कर लें। ये आपको रीकॉल करने में मदद करेंगी।
अभ्यास और रिवाइज करें
अगर आप किसी चीज को बार-बार पढ़ेंगे या की हुई चीजों को दो बार या तीन बार अभ्यास करते रहेंगे तो वे चीजें आप लॉन्ग टर्म याद रख सकेंगे।
विजुअल कॉन्सेप्ट
आप कुछ फ्लैश कार्ड, कलरफुल नोट आदि पर लिखकर उसे दीवार या बोर्ड पर चिपका सकते हैं। इन्हें बार बार देखने से भी ये दिमाग में अटक जाते हैं।
पूरी नींद लें
नींद पूरी नहीं होने पर याददाश्त घटने लगता है। इसलिए नींद पूरी लें। इसके आलावा आप हर दिन योगासन और मेडिटेशन करिए। इससे ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होता है शरीर में। इससे दिमाग में ऑक्सीजन का प्रवाह तेज होता है जिसका आपकी सेहत पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है।
फोकस को अटेंशन दें
प्रयास करें कि जब आप किसी चीज को याद कर रहे हैं या पढ़ाई कर रहे हैं तो उस जगह पर किसी तरह का डिस्ट्रेक्शन ना हो। मसलन, टीवी, रेडियो, बच्चे या दोस्त आदि ना हों।
रटने से बचें
कोशिश करें कि आप अधिक से अधिक मटेरियल को पढ़ें, इंटरनेट पर रिसर्च करें, उस विषय पर टीचर या दोस्तों के साथ चर्चा करें। ऐसा करने से मटेरियल दिमाग में अच्छी तरह बैठ जाएगा, रटने का प्रयास ना करें।
व्यवस्थित तरीके से करें
शोधों में पाया गया है कि अगर आप व्यवस्थित तरीके से चीजों को रखेंगे या पढ़ेंगे तो आपको उन चीजों के बारे में आसानी से याद रहेगा।
शॉर्ट टर्म मैमोरी
इस समस्या का इलाज इसके कारण के आधार पर निर्धारित किया जा सकता है। अलग-अलग कारणों से होने वाले शार्ट टर्म मेमोरी लॉस का इलाज भी अलग अलग होता है जैसे, ब्रेन ट्यूमर के लिए सर्जरी, कीमोथेरेपी और रेडिएशन थेरेपी, ब्लड क्लॉटिंग के लिए कुछ दवाएं, सिर की चोट के लिए इलाज, टॉक थेरेपी, PTSD आदि की दवाओं में कुछ बदलाव, नुट्रिशन सप्लीमेंट्स यह 15 से 30 सेकेंड की होती है, जैसे किसी का फोन नंबर कुछ देर कहीं लिखने के बाद भूल जाना।
सेन्सरी मैमोरी
इसमें चीजों को देखने-सुनने के साथ 1-2 सेकेंड में ही हम उसे भूल जाते हैं। लेकिन अगर उसी को हम बार-बार रिवाइज करें तो वह चीजें लॉन्ग टर्म में जाती हैं।
लॉन्ग टर्म मैमोरी
कुछ भी पढ़ने के बाद अगर हम थोड़ा ब्रेक लेते हैं और फिर रिवीजन करते हैं और इस प्रक्रिया को बार-बार दोहराते हैं तो पढ़ी हुई चीजें लंबे समय के लिए मैमोरी में सेव हो जाती हैं। इसे ऐसे समझिए कि मिट्टी का घड़ा बनाने के बाद अगर उसे सूखने और पकने न दिया जाए तो वह टूट जाएगा।
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