Christmas Day Traditions: विश्व-भर में क्रिसमस डे त्यौहार को 25 दिसंबर को पूरी परंपराओं और रिवाजो के साथ मनाया जाता है। क्रिसमस का पर्व सिर्फ एक धार्मिक त्योहार नहीं, बल्कि परंपराओं, उत्सव और खुशी का संगम है। इस दिन की सबसे खास बात यह है कि इसे हर जगह अपने-अपने अनोखे अंदाज और तरीको से मनाया जाता है। लेकिन, आज हम आपको क्रिसमस डे त्यौहार के 8 सबसे खास और रोचक परंपराओं के बारे में बताएँगे, जिसके बारे में शायद ही आपको पता होगा। तो चलिए इसके बारे में पूरी जानकारी जानते है।
1. क्रिसमस ट्री को सजाने की अद्भुत परंपरा
क्रिसमस ट्री को इस पर्व का सबसे बड़ा और महत्वपूर्ण प्रतीक माना गया है। इस त्यौहार की शुरुआत 16वीं सदी में जर्मनी में हुई थी, जहां लोग सदाबहार पेड़ों को घर के अंदर लाकर सजाते थे। आज भी क्रिसमस ट्री को रंग-बिरंगी लाइट्स, सजावट, और सितारों से सजाया जाता है। क्रिसमस ट्री कई जगहों पर जीवन, खुशी और आशा का प्रतीक माना जाता है।
2. गिफ्ट एक्सचेंज की परंपरा
क्रिसमस डे के शुभ अवसर पर गिफ्ट एक्सचेंज करना, परिवार और दोस्तों के बीच प्रेम और उदारता दिखाने का सबसे बड़ा और अहम् तरीका माना गया हैं। यह परंपरा संत निकोलस (सांता क्लॉज) से प्रेरित है, जिन्होंने जरूरतमंदों को गुप्त रूप से तोहफे दिए। इसके आलावा आज भी गिफ्ट्स छोटे बच्चों से लेकर बड़ों तक सभी को खुशी देने का जरिया बनते जा रहा हैं।
3. मिडनाइट मास (रात्रि प्रार्थना)
क्रिसमस त्यौहार की रात में चर्च में विशेष प्रार्थना का आयोजन किया जाता है, जिसे “मिडनाइट मास” कहते हैं। यह परंपरा ईसाई धर्म की सबसे महत्वपूर्ण रस्मों में से एक है। ऐसा भी कहा जाता है कि, यहीं पर ईसा मसीह के जन्म का स्मरण किया जाता है। इसमें कई लोग आध्यात्मिक शांति और आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए इसका हिस्सा बनते हैं।
4. क्रिसमस कैरोल गाने की परंपरा
क्रिसमस पर्व के समय ही कैरोल (धार्मिक गीत) गाना का काफी महत्त्व हैं। इस त्योहार की रौनक को बढ़ाने के लिए यह एक तरह से धार्मिक गीत साबित हुआ हैं। “जिंगल बेल्स”, “ओ होली नाइट” जैसे गाने चर्च और घरों में गाए जाते हैं। ये गीत क्रिसमस की भावना और ईसा मसीह के संदेश को याद दिलाते हैं।
5. पारंपरिक भोजन और दावतें
क्रिसमस का त्यौहार स्वादिष्ट भोजन के बिना तो अधूरा ही रह जाता है। हर देश में इस दिन के लिए खास डिश को बनाया जाता है। पारंपरिक क्रिसमस केक, हॉट चॉकलेट, और भुने हुए टर्की से लेकर भारतीय घरों में “प्लम केक” और “नीर डोसा” जैसे डिश शामिल रहते हैं।
6. सांता क्लॉज का इंतजार
सांता क्लॉज का बच्चों के साथ खास रिश्ता होता है। बच्चे इस दिन सांता से गिफ्ट्स पाने का इंतजार करते हैं। यह परंपरा 4वीं सदी के संत निकोलस से शुरू हुई, जो गुप्त रूप से जरूरतमंदों की मदद करते थे। इसके आलावा सांता क्लॉज आज के जनरेशन के बच्चों की कल्पना का हिस्सा बन चुके हैं और उनकी कहानियां हर घर में सुनाई जाती हैं।
7. घरों को सजाने की परंपरा
क्रिसमस डे पर लोग अपने घरों को लाइट्स, फूलों और सितारों से सजाते है। खासतौर पर, खिड़कियों में जलते हुए सितारे ईसा मसीह के जन्म की घोषणा का प्रतीक माने जाते हैं। आजकल घरों को सजाने के लिए आधुनिक डिज़ाइन्स और DIY आइडियाज का भी बहुत तेजी से डिमांडिंग में है।
8. जरुरतमंदों की मदद करने की परंपरा
क्रिसमस डे पर्व को प्रेम और सेवा का भी त्योहार माना गया है। इस दिन लोग गरीबों और जरूरतमंदों की मदद करते हैं। चर्च और कई संगठन विशेष भोजन और तोहफे बांटने का काम करते हैं। इसके आलावा यह परंपरा हमें दूसरों के प्रति दयालुता और उदारता की सीख देने का भी काम करती है।
ये भी पढ़े ! Christmas Day 2024: इन नए तरीके से मनाएं क्रिसमस का त्योहार, देखे पूरा लिस्ट!