Direct-To-Mobile: अब हमारे देश में बहुत जल्द की Launch होगी, बिना Internet के सहारे से चलने वाले D2M Technology का, जिसकी तैयारी जोरो-सोरो से चल रही है। शुरूआत में इस टेक्नोलॉजी को आपदा प्रबंधन और इमरजेंसी अलर्ट के लिए लाया गया था।
लेकिन यह अब हमारी Internet के लिए भी लाया जा रहा है। सरकार के तरफ से यह दावा किया जा रहा है,की इस D2M Technology को अगले साल सभी के लिए उपलब्ध करा दिया जाएगा। जिससे सभी नागरिक को बिना किसी Internet या Sim Card के Social Multimedia कंटेंट, YouTube या फिर News Channel को देख सकते है।
अगर आपका सपना है की आप लम्बे समय तक Internet का उपयोग करे तो अब आपका सपना सरकार यानि की D2M (Direct-To-Mobile) Technology साकार करेगा। तो आइये जानते है की D2M यानि की Direct-To-Mobile Technology से क्या-क्या लाभ मिलने वाला है और यह हमारे लिए कितना कारगार साबित होगा।
D2M Technology क्या है?
D2M को हम Direct-To-Mobile Technology के भी नाम से जान सकते है। इस Technology में आपको अपने Mobile Phone में Videos और कई Multimedia कंटेंट देखने के लिए Internet की कोई जरूरत नहीं पड़ती है।
यह काफी हद तक D2H यानी Direct to Home की तरह ही काम करता है। इसकी मदद से उन इलाकों के लोग भी अपने मोबाइल फोन में OTT Apps पर Videos देख सकेंगे जिनके पास Internet की पहुंच नहीं है।
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इस Technology के साथ Smartphone User को उनके Device पर Multimedia कंटेंट ट्रांसमिट किया जाता है। Live TV के लिए Technology के साथ Internet कनेक्शन की जरूरत नहीं होती है। शुरुआती में इस Technology को खास कर इमरजेंसी अलर्ट और आपदा प्रबंधन के लिए लाया गया था।
सरकार का कहना है कि इस Technology के साथ किसी भी तरह की सूचना को Mobile Phone में डायरेक्ट भेजा जा सकता है। इसके लिए Network Bandwidth Straining की जरूरत भी खत्म हो जाती है। D2M Technology से 5G Network की रुकावट भी दूर हो जाएगी।
D2M Technology कैसे काम करती है?
D2M Technology FM रेडियो की Technology की तरह ही काम करती है। जहां रिसीवर को ट्रांसमिटेड सिग्नल मिलता है। यह Technology D2M जैसी भी है, जिसमें Dish Antenna Broadcast Signal को सैटेलाइट से डायरेक्ट रिसीव करता है।
इसके बाद इसे रिसीवर को ट्रांसमिट करता है, जिसे Set Top Box कहा जाता है। साल 2022 में IIT कानपुर ने D2M Broadcast 5G Broadband Convergence Roadmap for India नाम से एक पेपर पब्लिश किया था। इस पेपर में दी गई जानकारी के मुताबिक D2M Technology को वर्तमान में मौजूद Mobile Devices सपोर्ट नहीं करते हैं।
ऐसे में मौजूदा डिवाइस को कम्पैटिबल बनाने के लिए अलग से बेसबैंड प्रोसेसिंग यूनिट की जरूरत होगी। इसके साथ ही एंटेना, लो वॉइस नॉइस एम्प्लिफायर, बेसबैंड फिल्टर और रिसीवर की जरूरत रहेगी।
D2M Technology के जाने फीचर्स
संचार मंत्रालय ने D2M टेक्नोलॉजी के फीचर्स के बारे में बात करते हुए कहा है कि यह तकनीक रीयल टाइम एंड ऑन-डिमांड कॉन्टेंट, हाइब्रिड ब्रॉडकास्ट, मोबाइल- सेंट्रिक एंड सीमलेस कॉन्टेंट डिलिवरी और इंटरैक्टिव सर्विस देने का काम करेगी। सरकार के मुताबिक इस टेक्नोलॉजी के जरिए किसी भी तरह की सूचना को डायरेक्ट तीरके से स्मार्टफोन में भेजा जा सकता है। तो यह हमारे लिए एक बहुत अच्छा साधन गई, जिसे हम बिना Sim Card और Internet के सहारे से ही किसी को भी, कोई भी जानकरी भेज सकते है और इससे Live News या कोई भी Video देख सकते है।
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D2M Technology के क्या है फ़ायदे?
- D2M की मदद से आप अपने Smartphone में बिना Internet के Videos देख सकते हैं।
- यह काफी हद तक Direct-To-Home Technology (DTH ) की ही तरह है।
- इसका बड़ा फायदा यह होगा कि उन इलाके के User भी OTT App पर Videos देख सकेंगे जहां Internet की पहुंच नहीं है।
- D2M की पहुंच देश के कोने-कोने में होगी। D2M के रिलीज होने होने के बाद हाई-स्पीड इंटरनेट की जरूरत कम-से-कम वीडियो देखने के लिए खत्म हो जाएगी।
- लेकिन इसके साथ एक बड़ी दिक्कत यह है कि इस वक्त जो फोन बाजार में मौजूद हैं, उनमें यह सपोर्ट नहीं करेगा।
- D2M की लॉन्चिंग के बाद D2M सपोर्ट वाले नए फोन भी लॉन्च होंगे।
- D2M सपोर्ट के लिए सभी मोबाइल ब्रांड्स को अपने फोन में एक D2M एंटीना देना होगा जो कि डीटीएच के सेटअप बॉक्स की तरह काम करेगा।
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