Fraud Apps on Google Play Store: वैसे तो Google Play Store स्मार्टफोन यूजर को लाखों-करोड़ो Apps ऑफर करता है। Play Store स्टोर पर हर तरह के काम के लिए आपको कोई न कोई Apps मिल ही जाएंगे। साइबर क्रिमिनल्स इसे एक मौके की तरह देखते हैं। अपराधी Apps में सीक्रेट तरीके से Apps में मैलवेयर एम्बेड करते हैं तो भोले-भाले लोगों का डेटा चोरी करने और उन्हें लूटने की कोशिश करते हैं। इन Apps की जांच के लिए गूगल के पास प्ले प्रोटेक्ट नाम का एक प्रोग्राम है।
हालांकि, कुछ Apps फिर भी टाइट सिक्योरिटी से बायपास करने में सफल हो जाते हैं। यही बाद में User के लिए खतरा बनते हैं। BleepingComputer की एक रिपोर्ट के अनुसार, साइबर सिक्योरिटी कंपनी ESET के रिसर्चर्स ने 12 खतरनाक ऐप्स की पहचान की है। इनमें VajraSpy नाम का रिमोट एक्सेस ट्रोजन (RAT) मौजूद है। इस मैलवेयर का इस्तेमाल पैचवर्क APT ग्रुप द्वारा जासूसी के किया जाता है।
इनमें से 6 ऐप्स गूगल प्ले स्टोर पर आधिकारिक तौर पर गूगल प्ले स्टोर पर डाउनलोड के लिए उपलब्ध थे। वहीं, बाकी 6 को थर्ड पार्टी ऐप स्टोर्स के जरिए एक्सेस किया जा सकता है। तो आइये इसके बारे में पूरी जानकारी जानते हैं।
Fraud Apps के माध्यम से हर एक जानकारी हो सकती है चोरी
हाल ही में एक रिपोर्ट के अनुसार, साइबर सिक्योरिटी कंपनी ESET के रिसर्चर ने 12 Apps की पहचान की है, जिसमें रिमोट एक्सेस ट्रोजन की पहचान की गई है। इसे vauraSPY नाम दिया गया है। इस App का उपयोग जासूसी के लिए किया जा रहा है। जिसकी सहायता से वह भोले-भाले लोगो को Apps User के Content, मैसेज, फाइल, डिवाइस लोकेशन का एक्सेस हासिल कर लेते हैं।
जिससे उस इंसान की जानकारी उसके पास चली जाती हैं। इससे वह आपको ब्लैकमेल भी कर सकता हैं। या नहीं तो उस जानाकरी के माध्यम से आपका Bank Account के साथ-साथ अपनी प्रॉपटी भी हड़प सकता हैं। तो सावधान रहे और अपनों को सतर्क रखें।
ये है वो खतरनाक Apps जिसका उपयोग करने से आपका Bank Account खाली हो सकता है।
Google Play Store के वो 12 खतरनाक Apps निचे निम्नलिखित हैं।
Sr no. | Fraud Apps Name |
1. | Rafaqat |
2. | Privee Talk |
3. | MeetMe |
4. | Lets’s Chat |
5. | Quick Chat |
6. | Chit Chat |
7. | Hello Chat |
8. | YahooTalk |
9. | TiTalk |
10. | Nidus |
11. | Glowchat |
12. | WaveChat |
Google ने सभी स्मार्टफोन Google Play Store में ये 12 Apps मौजूद है तो इस Apps को Google ने हटा दिया हैं। ऐसे में आपको सलाह दी जाती है कि अगर आपके फोन में ये Apps मौजूद हैं, तो उन्हें तुरंत फोन से हटा दें।
Apps को Download करते समय इन बातों का खास ध्यान रखें।
- Apps को Download करने से पहले उसके परमिशन पर ध्यान दें। मतलब वो कौन से परमिशन को एक्सेस कर रहा है, उस पर ध्यान दें।
- इसके बाद रिव्यू को चेक करें। अगर पॉजिटिव रिव्यू हैं, तभी ऐप्स को Download करें।
- किसी भी ऐप्स को कितने ज्यादा लोगों ने Download किया है, उस पर भी ध्यान देना चाहिए।
- इसके बाद ऐप्स के डिस्क्रिप्शन पर ध्यान देना चाहिए।
पाकिस्तानी यूजर्स को किया जा रहा था टारगेट
इनमें से 11 ऐप्स मैसेजिंग ऐप्स के तौर पर उपलब्ध थे। वहीं, एक को न्यूज पोर्टल के तौर पर मौजूद था। रिपोर्ट में कहा गया है कि ऐप्स में मौजूद मैलवेयर का इस्तेमाल विशेष रूप से पाकिस्तान में यूजर्स को टारगेट करने के लिए किया गया था। एक बार डाउनलोड किए जाने के बाद ये ऐप्स स्मार्टफोन में VajraSpy नाम का मैलवेयर फैलाते हैं। ये मैलवेयर कॉन्टैक्ट्स, मैसेज, फाइल्स, डिवाइस लोकेशन और यहां तक कि इंस्टॉल किए गए ऐप्स की लिस्ट जैसे डेटा निकालने में सक्षम है।
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