Chandrayaan 3 से लेकर AI तक: इस गणतंत्र दिवस के अवसर पर निकाली गई झांकियों में भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) की झांकी बेहद आकर्षक रही और इसमें चंद्रयान-3, आदित्य एल-1 को प्रमुखता दी गई। झांकी में इसरो के विभिन्न मिशनों में महिला वैज्ञानिकों की भागीदारी को भी प्रदर्शित किया गया। इसरो अगले वर्ष भारत की पहली मानव अंतरिक्ष उड़ान को अंजाम देने की योजना बना रहा है। तो आइये इस खास साल 2023 के बारे में जानते हैं। की किस तरह से यह सेमीकंडक्टर चंद्रयान-3 और Ai जैसी Technology के क्षेत्र में बहुत बड़ी उपलब्धियां हासिल की हैं।
इस झांकी में ‘लॉन्च व्हीकल मार्क-3’ का एक मॉडल पेश किया गया जिसके जरिए चंद्रयान-3 को श्रीहरिकोटा से चंद्रमा तक भेजा गया था। झांकी में अंतरिक्ष यान के चंद्रमा में उतरने के स्थान को भी दर्शाया गया। इस स्थान को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शिव शक्ति प्वाइंट नाम दिया है। ISRO की झांकी में सूरज के अध्ययन के लिए निचली कक्षा में भेजे गए आदित्य एल-1 को भी प्रदर्शित किया गया। इसके अलावा इसरो के भविष्य के मिशन गगनयान और भारतीय अंतरिक्ष स्टेशन आदि को भी झांकी में स्थान दिया गया। झांकी में प्राचीन खगोलविद और आर्यभट्ट व वराहमिहिर जैसे अंतरिक्ष क्षेत्र के अग्रदूतों को भी दर्शाया गया है।
चंद्रयान 3 (Chandrayaan 3)
चंद्रयान-3 भारत के लिए एक बड़ी उपलब्धि है, जिसने इतिहास में भारत के नाम को रोशन किया है। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के चंद्रयान-3 मिशन में भारत ने 23 अगस्त को इतिहास रचा। ये मिशन इसलिए भी खास है, क्योंकि सितंबर 2019 में चंद्रयान-2 के चंद्रमा पर सॉफ्ट लैंडिंग करने में विफल होने से लगभग हर भारतीय बहुत निराश हुआ था।
मगर चार साल बाद जब विक्रम लैंडर ने चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर सॉफ्ट लैंडिंग की। जिसके बाद भारत ऐसा करने वाला पहला देश बन गया, जो अपने आप में एक बड़ी उपलब्धि है। जानकरी के लिए बता दें कि 14 जुलाई को लॉन्च किए गए चंद्रयान-3 ने अपने तीन मुख्य उद्देश्यों को पूरा किया। इसमें सफल सॉफ्ट लैंडिंग, घूमने की क्षमताओं का प्रदर्शन और विक्रम लैंडर और प्रज्ञान रोवर पर टूल का उपयोग करके वैज्ञानिक प्रयोग करना शामिल है। विक्रम लैंडर के चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर सॉफ्ट लैंडिंग के बाद भारत ऐसा करने वाला पहला देश बन गया।
भारत सेमीकंडक्टर मिशन (Bharat Semiconductor Mission)
इंडिया सेमीकंडक्टर मिशन (ISM) डिजिटल इंडिया कॉर्पोरेशन के भीतर एक समर्पित डिविजन है, जिसे एक सेमीकंडक्टर और डिस्प्ले इकोसिस्टम बनाने के लिए स्थापित किया गया है। इसका लक्ष्य है कि भारत को इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्युफैक्चरिंग और डिजाइन का ग्बोबल सेंटर बनाया जा सकें। ISM ने 2023 में भारत को चिप मैन्युफैक्चरिंग का एक प्रमुख केंद्र बनने के लिए मंच तैयार किया है। इसकी शुरुआत गुजरात के साणंद में माइक्रोन के 2.75 बिलियन डॉलर के सेमीकंडक्टर प्लांट पर निर्माण से हुआ।
आईएनएस विक्रांत (INS Vikrant)
INS विक्रांत देश का पहला स्वदेशी विमानवाहक पोत है, जो भारत की नौसैना की क्षमता को नए स्तर पर ले गया। इसका बजट 45,000 टन है और इसे कोचीन शिपयार्ड लिमिटेड द्वारा बनाया गया है। जानकरी के लिए आपको बात दे कि यह भारत में डिजाइन किया गया और बनाया गया सबसे बड़ा नौसैनिक जहाज है, जो नौसेना की तकनीकी में भारत की शक्ति को दर्शाता है।
भारत में 5G का हो रहा है जय-जय
2022 में 5G को भारत में जब लॉन्च किया गया था तो किसी ने नहीं सोचा था कि भविष्य में ये एक नया मुकाम हासिल कर लेगा। भारत ने 2023 में केवल नौ महीनों के भीतर सभी 22 सेवा क्षेत्रों में लक्ष्य को पार करते हुए सबसे तेज 5G रोलआउट के साथ इतिहास रचा है। आपको बता दें कि रोलआउट के साथ ही रिलायंस जियो और भारती एयरटेल ने भी अपने 5G नेटवर्क को लॉन्च किया था। इसके बाद इन टेलीकॉम कंपनियों ने 2.70 लाख 5G साइटें तैयार करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। जिसने भारत को एक नए मुकाम पर पहुंचा दिया है।
आकाश मिसाइल (Akash Missile)
भारत को आत्मनिर्भर बनाने की ओर एक और कदम बढ़ाते हुए रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) और भारत डायनेमिक्स लिमिटेड (BDL) ने आकाश मिसाइल विपन सिस्टम का विकास और निर्माण किया है। जानकारी के लिए बता दें कि आकाश मिसाइल 45 किमी दूर तक विमान को निशाना बना सकती है और यह लड़ाकू विमानों और मिसाइलों जैसे अलग-अलग खतरों को बेअसर कर सकती है। इसके अलावा इसमें एक ही यूनिट का उपयोग करके एक साथ चार लक्ष्यों पर हमला करने की सुविधा भी है। ये भारत को सुरक्षा की दृष्टि से भी आत्मनिर्भर बना रही है।
यह भी पढ़ें |
5g innovation lab: रिलायंस Jio और Oneplus करेंगे ‘5G इनोवेशन लैब’ की स्थापना, जाने पूरी जानकारी
DeepFake क्या है? कैसे पहचाने? कितना है खतरनाक? जाने पुरे कहानी !
Can AI Replace Human Care: क्या AI इंसान की दिमाग की जगह ले सकता है? जाने पूरी जानकारी