Mukesh Ambani on Jio Cinema: रिलायंस इंडस्ट्रीज के महामहिम मुकेश अम्बानी ने डिज्नी हॉटस्टार (Disney+ Hotstar) और जियो सिनेमा (Jio Cinema) को एक साथ मर्ज करने का निर्णय लिया है। इस मर्जर के बाद जिओ सिनेमा अब नए प्लेटफॉर्म डिज्नी हॉटस्टार के नाम से संचालित होगा।
इस मेर्जेर के बाद कंपनी के पास करीब 100 चैनल्स और दो प्रमुख स्ट्रीमिंग सेवाएं होंगी। यह निर्णय से ये स्पष्ट होता है कि रिलायंस इंडस्ट्री अब केवल एक ही स्ट्रीमिंग प्लेटफार्म पर फोकस कर रही है।
रिलायंस दे रहा डिज्नी हॉटस्टार को प्राथमिकता
सूत्र के अनुसार, रिलायंस इंडस्ट्रीज अब बस एक ही स्ट्रीमिंग प्लेटफार्म पे फोकस करना चाहती है । जिसके कारन जियो सिनेमा को जल्द ही डिज्नी हॉटस्टार में मर्ज कर दिया जाएगा। इस से पहले यह योजना थी कि एक प्लेटफार्म खेलों के लिए और दूसरा मनोरंजन के लिए रहेगा, लेकिन अब कंपनी ने डिज्नी हॉटस्टार को ही प्रमुख प्लेटफार्म के रूप में चुना है।
डिज्नी हॉटस्टार के पास है 50 करोड़ से ज्यादा डाउनलोड्स
यूजर के मामले में डिज्नी हॉटस्टार जिओ सिनेमा से कई कदम आगे है, डिज्नी हॉटस्टार के पास करीब 50 करोड़ डाउनलोड्स हैं वही जियो सिनेमा के पास 10 करोड़ डाउनलोड्स हैं। ये मर्जर गत फरवरी 2024 में हुए 8.5 बिलियन डॉलर के सौदे का हिस्सा होने के कारन ये सौदा देश की सबसे बड़ी एंटरटेनमेंट कंपनी का भी आगमन हो रहा है।
जिओ सिनेमा से मर्ज़ है वूट
रिलायंस इंडस्ट्रीज की सालाना रिपोर्ट के अनुसार, जियो सिनेमा के पास 22.5 करोड़ मासिक यूजर्स हैं, जबकि डिज्नी हॉटस्टार के पास 33.3 करोड़ मासिक यूजर्स हैं। खासकर इंडिया में आईपीएल के दौरान इन प्लेटफार्म्स पर यूजर्स की संख्या काफी तेजी से बढ़ती है। इससे पहले, वायाकॉम 18 ने अपने प्लेटफार्म्स (वूट, वूट सेलेक्ट और वूट किड्स) को जियो सिनेमा में मर्ज कर दिया था।
भारत में सबसे बड़ा एंटरटेनमेंट मर्जर का सौदा
गत फरवरी 2024 में 8.5 बिलियन डॉलर का यह मर्जर डिज्नी और रिलायंस के बीच हुआ था, जिसमें 100 से अधिक टीवी चैनल्स और दो प्रमुख स्ट्रीमिंग सेवाएं शामिल हैं। इस मर्जर के बाद रिलायंस इंडस्ट्रीज अपना पूरा फोकस डिज्नी हॉटस्टार पर केंद्रित कर दिया है।
डिज्नी हॉटस्टार बनेगा भारत का मुख्य एंटरटेनमेंट प्लेटफार्म
डिज्नी हॉटस्टार अब भारत का सबसे बड़ा स्ट्रीमिंग प्लेटफार्म बनने की ओर अग्रसर हो गया है । कंपनी ने उम्मीद जताई है कि इस मर्जर से उसकी तकनीकी क्षमताओं में और सुधार होगा और खेल व मनोरंजन के प्रसारण के क्षेत्र में एक मजबूत स्थिति मिलेगी। जानकारों का मानना है कि रिलायंस का यह कदम भारत में डिजिटल बिजनेस में बड़ा बदलाव ला सकता है।