By: Resham Singh
अपने समय को यह मैनेज करना ये भी ऐसी स्किल है, जिससे प्रोफेशनल और पर्सनल लाइफ को भी बैलेंस रखा जा सकता है।
समय की कीमत को पहचानें, तभी आप इस स्किल में महारथ हो पाएंगे। और ध्यान भटकाने वाली चीज़ें से काम के समय दूर रहें।
करियर के चढ़ते-उतरते ग्राफ को लेकर लचीले रहें न कि आपा खोकर दूसरों के साथ बुरा व्यवहार करें।
नई परिस्थितियों के अनुरूप ढलने और चुनौतियों से उबरने की क्षमता न केवल आपको स्ट्रॉन्ग बनाती है बल्कि विपरीत परिस्थितियों में धैर्य से काम लेना सिखाती हैं।
प्रोफेशनल जीवन में युवाओं को अपने एकेडमिक लाइफ के दौरान ही प्रोफेशनल नेटवर्क बनाने पर भी ध्यान देना चाहिए।
नेटवर्किंग स्किल को इंप्रूव करने के लिए थोड़ा सोशल और एक्स्ट्रोवर्ट होना भी जरूरी है।
कम्युनिकेशन स्किल्स आपको करियर में तेजी से आगे बढ़ने में मदद कर सकती है।
अगर आपकी कम्युनिकेशन स्किल अच्छी नहीं है, तो इसे सुधारने के लिए किताबें पढ़े, आईने में देखकर बातें करें जिससे एक्टिविटीज मजबूत होगी।
प्रोफेशनल वर्ल्ड में आपको लगभग रोजाना ही नए-नए चैलेंजेस का सामना करना पड़ता है।
जिसमें आपके पेशेंस और प्रॉब्लम सॉल्विंग स्किल का टेस्ट होता है। खराब सिचुएशन में प्रॉब्लम्स को रचनात्मक तरीके से हल करने की क्षमता देती है।