By: Resham Singh
पूरे भारत वासी 26 नवंबर को संविधान दिवस मनाता है। इस वर्ष डॉ. भीम राव अंबेडकर की 132वीं जयंती है।
जो संविधान सभा की मसौदा समिति के अध्यक्ष थे और उन्होंने संविधान का मसौदा तैयार करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।
पहले संविधान को कानून दिवस के रूप में मनाया जाता था। लेकिन 2015 में भारत सरकार ने कानून दिवस को संविधान दिवस के रूप में संशोधित कर दिया।
26 नवंबर वह दिन है जब भारत ने वर्ष 1949 में अपना संविधान अपनाया था। संविधान 26 जनवरी 1950 को लागू हुआ था।
BR अंबेडकर, जो दलितों के हितों की वकालत करने के लिए जाने जाते हैं, उस समिति के प्रमुख थे।
जिसने भारतीय संविधान के मसौदे को अंतिम रूप दिया था। Draft को पूरा होने में 2 साल, 11 महीने और 17 दिन लगे थे।
इस बीच सुप्रीम कोर्ट परिसर में BR अंबेडकर की प्रतिमा स्थापित की जाएगी। और राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू रविवार सुबह 10.30 बजे प्रतिमा का उद्घाटन करेंगी।
देशभर में ज्यादातर जगहों पर छोटे-बड़े शहरों, कस्बों और गांवों में BR अंबेडकर की हाथ उठाए मूर्तियां लोगों को आगे बढ़ने की प्रेरणा देती नजर आती हैं।
वकील की पोशाक में BR अंबेडकर की मूर्ति 3 फुट के बेस स्टैंड पर 7 फुट ऊंची है। उनके हाथ पर संविधान की कॉपी नजर आ रही हैं।