By: Resham Singh
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किसी दूसरे व्यक्ति से ईर्ष्या करने पर व्यक्ति भीतर से कमजोर हो जाता है। ऐसे लोगों का आत्मविश्वास धीरे-धीरे कम होने लगता है।
विदुर के अनुसार ईर्ष्या और घृणा व्यक्ति को खोखला बना देती हैं। इन चीजों के चलते वह अपने पास मौजूद अवसर, रिश्तें और धन सब कुछ गंवा देता है।
क्रोध का व्यक्ति की सोचना की क्षमता पर असर पड़ता है, जो धीरे-धीरे मानसिक तनाव का कारण बनता है।
विदुर नीति के अनुसार व्यक्ति को जीवन में हर बात पर क्रोध करने से बचना चाहिए।
यदि कोई व्यक्ति हर काम से अंसोष रहता है और हर बात पर खुद के बारे में सोचता है, तो ऐसे लोग जीवन में खुश नहीं रह पाते है।
कुछ लोग अधिक लाभ के चक्कर में अपने पास मौजूद धन से भी संतुष्ट नहीं रहते, इसलिए उनके पास धन का भी ठहराव नहीं होता है।
महात्मा विदुर के अनुसार दूसरों से उम्मीद रखने पर व्यक्ति हमेशा असफल होता है। ऐसा करने पर व्यक्ति अपने को ही ठेस पहुंचाता है।
इसके अलावा केवल भाग्य के भरोसे रहने वाले लोग भी कभी आगे नहीं बढ़ पाते, इसलिए अपनी मेहन और लगन पर भरोसा करना चाहिए।