By: Resham Singh
कार्तिक मास की चतुर्थी तिथि को करवा चौथ का व्रत रखा जाता है, यह व्रत 1 नवंबर 2023 को मनाया जाएगा।
सुहागिन महिलाएं अपने पति की निर्जला आयु की कामना के लिए, इस व्रत को रखती है।
31 अक्टूबर मंगलवार रात 9 बजकर 30 मिनट से शुरू होकर 1 नवंबर बुधवार के रात 9 बजकर 19 मिनट तक इस साल का कार्तिक कृष्ण पक्ष की चतुर्थी रहेगा।
बुधवार के दिन करवा चौथ का व्रत रखा जा रहा है, इस दिन सुहागिन महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र की कामना करती है और पूरे दिन बिना जल के रहना पड़ता है।
करवा चौथ का महत्व यह है कि देवी पार्वती जी ने भगवान शिव जी के लिए इस व्रत को सबसे पहले रखा था।
हर सुहागिन महिला के लिए करवा चौथ का व्रत काफी खास होता है, और इस व्रत को विवाह के 16 या 17 सालों तक करना अनिवार्य होता है।
परंपरा में देखा गया है की यह व्रत सुहागिन महिलाएं करती है, इससे पति की लंबी उम्र होती है, पति की सेहत बनी रहती है और गृहस्थ जीवन सुखमय रहता है।
करवा चौथ का व्रत कुमारी लड़की भी कर सकती है, ऐसा करने उन्हें अपने पसंद की वर की प्राप्ति होती है।
इस वर्ष करवा चौथ की तिथि 31 अक्टूबर मंगलवार रात 9 बजकर 30 मिनट से शुरू होकर 1 नवंबर बुधवार रात 9 बजकर 19 मिनट पर समाप्त होगी।
करवा चौथ का शुभ मुहूर्त 1 नवंबर को चंद्रोदय 8 बचकर 26 मिनट पर होगा, तथा पूजा का शुभ मुहूर्त शाम 5 बजकर 36 मिनट से शाम 6 बजकर 54 मिनट तक रहेगा।