By: Resham Singh
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अब रमजान का महीना चांद को देखकर बहुत जल्द निर्धारित किया जाता है। सबसे पहले सऊदी अरब में रमजान का चांद दिखाई देता है।
यदि सऊदी अरब में रमजान का चांद 10 मार्च को दिखाई देता है, तो वहां पहला रोजा 11 मार्च को रखा जाएगा।
वहीं भारत और पाकिस्तान में रमजान का चांद सऊदी अरब के चांद के एक दिन बाद दिखता है।
ऐसे में भारत में इस साल रमजान की शुरुआत 11 या 12 मार्च से होने की उम्मीद है।
अगर यहां 11 मार्च को चांद नजर आता है तो 12 मार्च को पहला रोजा रखा जाएगा। चांद दिखने के अगले दिन से ही रमजान का पवित्र महीना शुरू हो जाता है।
रोजा रखने का मतलब सिर्फ भूखे-प्यासे रहना नहीं है, बल्कि आंख, कान और जीभ का भी रोजा रखा जाता है। यानी इस दौरान न बुरा देखें, न बुरा सुनें और न ही किसी को बुरा कहें।
इस बात का भी ध्यान रखें कि आपके द्वारा बोली गई बातों से किसी की भावनाओं पर ठेस न पहुंचे। रमजान के महीने में कुरान पढ़ने का अलग ही महत्व होता है।
हर दिन की नमाज के अलावा रमजान में रात के वक्त एक विशेष नमाज भी पढ़ी जाती है, जिसे तरावीह कहते हैं।
इस्लाम धर्म में रोजे रखने का मतलब सिर्फ खाने और पीने की चीजों से दूरी बनाना नहीं होता है। बल्कि रोजा आंख, जुबान और कान का भी होता है।