By: Resham Singh
Credit: Google Image
कच्चे दूध के सेवन से फूड पॉइजनिंग, दस्त, उल्टी, मतली, पेट में ऐंठन, बुखार और सिरदर्द हो सकता है।
कच्चे दूध से होने वाले संक्रमण गंभीर समस्याओं का कारण बन सकते हैं।
कुछ लोगों को दूध में मौजूद प्रोटीन से एलर्जी हो सकती है। कच्चे दूध में पाश्चराइज्ड दूध की तुलना में ज्यादा प्रोटीन होता है।
कच्चा दूध हानिकारक बैक्टीरिया का घर है, जो गंभीर बीमारियों का कारण बन सकता है।
बता दें, कच्चे दूध में साल्मोनेला, ई. कोली, लिस्टेरिया, कैम्पिलोबैक्टर जैसे खतरनाक कीटाणु होते हैं, जो फूड पॉइजिनिंग का कारण बन सकते हैं।
जानकारी के लिए बता दें कि, दूध में लैक्टोज नामक कार्ब्स पाए जाते हैं।
जब दूध उबाला जाता है तो लैक्टोज में बदलाव होते हैं और यह लैक्टुलोज नामक एक शुगर में बदल जाता है।
इस शुगर की वजह से उबले हुए दूध को पचा पाना कच्चे दूध की तुलना में अधिक आसान होता है।
वैसे तो लोगों को हमेशा पास्चुराइज्ड यानी उबला हुआ दूध पीना चाहिए।
क्योंकि, उबालने के बाद दूध में मौजूद बैक्टीरिया नष्ट हो जाते हैं, जिससे बीमार होने और संक्रमण का खतरा कम रहता है।