By: Resham Singh
पहले टांगों को सामने फैला कर बिलकुल सीधा बैठ जाएं। इसके बाद दाएं घुटने को मोड़कर बायीं जांघ पर रखें।
अब आप अपनी आंखें बंद कर लें। गहरी सांस लें और शरीर को ढीला छोड़ दें। दोनों हाथों को पीठ की तरफ पीछे ले जाएं।
बुजुर्गों को कमजोरी और थकान की शिकायत रहती है, इस योगासन के नियमित अभ्यास से कमजोरी दूर होती है।
बालासन के अभ्यास से तनाव कम होता है, साथ ही ऊर्जा मिलती है। इस आसन को करने के लिए जमीन पर घुटनों के बल बैठ जाएं।
इस प्राणायाम में सबसे पहले बाई नाक को अनामिका और कनिष्ठा उंगलियों की मदद से बंद कर लें और दाई नाक से सांस बाहर छोड़ें।
इसके बाद अपनी दाई नाक के सहारे से सांस भीतर लें और उसे अंगूठे से बंद करके बाई नाक से खोलकर सांस बाहर छोड़ें।
कपालभाति में सामान्य तरीके से सांस लें। छोड़ते वक्त सांस को अंदर से खींचकर बाहर निकालें।
इस कपालभाति प्राणायाम करने के कुछ ही देर में शरीर में गर्मी आ जाती है।
ताड़ासन के जरिए पूरा शरीर स्ट्रेच होता है। इस योग को करने के लिए सीधे खड़े होकर पैरों के बीच कुछ दूरी रखें।
गहरी सांस लेते हुए दोनों हाथों को ऊपर उठाएं और स्ट्रेच करके एड़ी उठाते हुए पैर की उंगलियों पर खड़े हो जाएं।