NPS New Fund: नेशनल पेंशन सिस्टम (NPS) ने हाल ही मे अपने निवेशको के लिए एक नया ऑप्शन पेश किया है, जिसका नाम ‘बैलेंस्ड लाइफ साइकल फंड’ है। इस नए फंड की खास बात यह है की ये उम्र और जोखिम प्रोफ़ाइल के आधार पर अपने आप निवेशको के एसेट्स को रीबैलेंस करता है।
ये नया ऑप्शन NPS ने उन लोगो के लिए लॉन्च किया है जो ज्यादा जोखिम उठाएँ बिना अपने रिटायरमेंट के लिए सुरक्षित और संतुलित ऑप्शन चाहते है, आइए जानते हैं कि क्या हैं इस फंड की खूबियां और यह आपकी रिटायरमेंट प्लानिंग के लिए कितना सही है बैलेंस्ड लाइफ साइकल फंड?
बैलेंस्ड लाइफ साइकल फंड की विशेषताएं
बैलेंस्ड लाइफ साइकल फंड की विशेषताएं निम्नलिखित है, जैसे:-
- कम जोखिम, ज्यादा सुरक्षा: 55 वर्ष की उम्र के बाद, गवर्नमेंट सिक्योरिटीज में निवेश बढ़कर 55% हो जाता है, जो निवेशकों के रिटायरमेंट के समय उनकी पूंजी को बाजार के उतार-चढ़ाव से सुरक्षित रखने में बेहद मदद करता है।
- उम्र और जोखिम के आधार पर बदलाव: इस फंड मे 45 वर्ष की उम्र तक इक्विटी में अधिकतम 50% तक निवेश किया जा सकता है, जो बाद मे धीरे-धीरे घटता जाता है। 55 वर्ष की उम्र के बाद इक्विटी में निवेश 35% तक सीमित हो जाता है।
- ऑटोमेटिक री-बैलेंसिंग: यह फंड निवेशको के एसेस्ट्स को उनकी उम्र के साथ-साथ अलग-अलग एसेट क्लास और सरकारी सिक्योरिटीज़ में अपने आप री-बैलेंस करता है।
बैलेंस्ड लाइफ साइकल फंड मे है कई ऑप्शन
बैलेंस्ड लाइफ साइकल फंड में भी ऑटो एलोकेशन के अलग-अलग ऑप्शन मौजूद हैं। इनमें एग्रेसिव, मॉडरेड, और कंजर्वेटिव लाइफ साइकल फंड शामिल हैं। बैलेंस्ड लाइफ साइकल फंड को विशेष रूप से उन निवेशकों के लिए डिजाइन किया गया है जो 45 साल की उम्र तक इक्विटी में ज्यादा निवेश करना चाहते हैं।
क्या आपको इस फंड मे निवेश करना चाहिए?
अगर आप एक ऐसे निवेशक है जो बड़ा रिटर्न पाने के लिए अपने निवेश को खुद मैनेज करना जानते है, तो NPS का एक्टिव एलोकेशन ऑप्शन आपके लिए बेहतर हो सकता है। लेकिन अगर आप ऐसा नही करना चाहते है तो टोमैटिक री-बैलेंसिंग का लाभ लेकर उम्र के साथ-साथ अपने निवेश के जोखिम को कम करना चाहते हैं, तो NPS का बैलेंस्ड लाइफ साइकल फंड आपके लिए एक अच्छा ऑप्शन हो सकता है।