Zerodha CEO: नितिन के दिग्गज ब्रोकरेज फर्म जीरोधा के फाउंडर नितिन कामथ को 6 हफ्ते पहले माइल्ड स्ट्रोक आया था। उनका चेहरा झुक गया था। पढ़ने-लिखने तक में दिक्कत होने लगी थी, लेकिन अब वो धीरे-धीरे ठीक हो रहे हैं। नितिन ने अपने भाई निखिल कामत के साथ मिलकर किफायती ब्रोकिंग मंच जेरोधा (Zerodha) की स्थापना की थी। यह मंच तेजी से कामयाबी की दिशा में बढ़ा है। ब्रोकिंग सर्विस प्लेटफॉर्म जेरोधा के सह-संस्थापक एवं Zerodha CEO नितिन कामत (Nithin Kamath) ने सोमवार को खुलासा किया कि छह सप्ताह पहले उन्हें हल्के स्ट्रोक का सामना करना पड़ा था।
कामत ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘लगभग छह हफ्ते पहले मुझे अचानक हल्का स्ट्रोक हुआ था। इसका कारण पिता का देहांत, ठीक से नींद न पूरी होना, थकान, शरीर में पानी की कमी और ज्यादा काम करने कुछ भी हो सकता है।’’ उन्होंने बताया कि स्ट्रोक आने के बाद उनका चेहरा थोड़ा एक तरफ झुक गया है और पढ़ने-लिखने में भी दिक्कत हो रही है। इसके साथ ही उन्होंने तीन से छह महीनों में पूरी तरह ठीक हो जाने की उम्मीद भी जताई। आइये जानते है क्या कुछ हुआ नितिन के साथ?
पिता के निधन के कारण हुआ
नितिन कामथ ने कहा कि, लगभग 6 हफ्ते पहले, मुझे अचानक माइल्ड स्ट्रोक आया। पिताजी का निधन, खराब नींद, थकावट, डिहाइड्रेशन, और अधिक काम करना करने के वजह से और कई संभावित कारण भी हो सकता है। कामथ ने यह भी बताया कि उनका चेहरा काफी बिगड़ गया था और वह पढ़ या लिख नहीं पा रहे थे।
अब उनका चेहरा पहले से ठीक है और वह पढ़ लिख पा रहे हैं। पूरी तरह से रिकवर होने में उन्हें 3 से 6 महीने लगेंगे। कामथ ने ये भी कहा कि, मुझे आश्चर्य हुआ कि एक व्यक्ति जो फिट है और अपना ख्याल रखता है, उसके साथ ऐसा कैसे हो सकता है। डॉक्टर ने कहा कि आपको यह जानना होगा कि आपको गियर को थोड़ा नीचे कब शिफ्ट करना है।
पढ़ाई भी नहीं कर पा रहे थे नितिन कामत
उन्होंने कहा कि, चेहरा एक तरफ काफी झुक गया था और मैं लिख-पढ़ भी नहीं पा रहा था। लेकिन अब झुके हुए चेहरे में कमी आई है और अब पढ़-लिख भी ले रहा हूं। एकदम खोया-खोया रहने की जगह अब थोड़ा चौकस हो गया हूं। इस तरह तीन से छह महीनों में पूरी तरह ठीक हो जाऊंगा। नितिन ने अपने भाई निखिल कामत के साथ मिलकर किफायती ब्रोकिंग मंच जेरोधा (Zerodha) की स्थापना की थी।
यह मंच तेजी से कामयाबी की दिशा में बढ़ा है। हालांकि, नितिन ने इस बात पर आश्चर्य भी जताया कि उनके जैसा फिट और सेहत को लेकर जागरूक व्यक्ति स्ट्रोक की चपेट में किस तरह आ सकता है। डॉक्टर के मुताबिक आपको यह जानना बेहद ही जरुरी है कि, आपको कब अपनी कामकाजी व्यस्तता को कम-ज्यादा करने की जरूरत है। दिसंबर, 2023 में नितिन कामत को पुनर्गठित राष्ट्रीय स्टार्ट-अप सलाहकार परिषद का एक गैर-आधिकारिक सदस्य नामित किया गया था।
उम्मीद है की तीन से छह महीने में ठीक हो सकते है
खबर के मुताबिक,कामथ ने बताया कि स्ट्रोक आने के बाद उनका चेहरा थोड़ा एक तरफ झुक गया है और पढ़ने-लिखने में भी दिक्कत हो रही है। उन्होंने यह भी उम्मीद जताई है कि अगले तीन से छह महीने में वह पूरी तरह ठीक हो जाएंगे। उन्होंने बताया कि चेहरा एक तरफ काफी झुक गया था और मैं लिख-पढ़ भी नहीं पा रहा था। लेकिन अब झुके हुए चेहरे में कमी आई है और अब पढ़-लिख भी ले रहा हूं। साथ ही बताया कि खोया-खोया रहने की जगह अब थोड़ा चौकस हो गया हूं। इस तरह तीन से छह महीनों में पूरी तरह ठीक हो जाऊंगा।
स्ट्रोक में ब्रेन को ब्लड सप्लाई में हुई दिक्कत
स्ट्रोक तब होता है जब ब्रेन में ब्लड वेसल फट जाती है और रक्तस्राव होता है, या जब ब्रेन को ब्लड सप्लाई में रुकावट होती है। ऑक्सीजन के बिना, ब्रेन सेल्स और टिश्यू डैमेज हो जाते हैं और कुछ ही मिनटों में मरने लगते हैं।
दोनों भाई ने मिलकर किये जेरोधाका का स्थापना
नितिन ने अपने भाई निखिल कामथ के साथ मिलकर किफायती ब्रोकिंग प्लेटफॉर्म जेरोधा की स्थापना की थी। यह प्लेटफॉर्म तेजी से सफलता की दिशा में आगे बढ़ा है। हालांकि, नितिन ने इस बात पर आश्चर्य भी जताया कि उनके जैसा फिट और सेहत को लेकर जागरूक व्यक्ति स्ट्रोक की चपेट में किस तरह आ सकता है।
कामत ने कहा कि डॉक्टर के मुताबिक आपको यह जानना जरूरी होता है कि आपको कब अपनी कामकाजी व्यस्तता को कम-ज्यादा करने की जरूरत है। जानकारी के लिए बता दें कि, दिसंबर, 2023 में नितिन कामथ को पुनर्गठित राष्ट्रीय स्टार्ट-अप सलाहकार परिषद का एक गैर-आधिकारिक सदस्य नामित किया गया था।
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