By: Resham Singh
सुहागिन महिला करवा चौथ का व्रत अपने पति की लंबी आयु के लिए निर्जला व्रत रखती है।
पौराणिक परंपराओं से माना गया है कि यह व्रत रखने से सुहागिन महिला के वैवाहिक जीवन सुखमय होता है।
पहली बार व्रत रखने वाली सुहागिनों के लिए, सरगी खाने का शुभ मुहूर्त सूर्योदय से पहले होता है।
इसलिए भोर में उठकर अपने से बड़ों का आशीर्वाद ले। उसके बाद में सरकी खाकर व्रत की शुरुआत करें।
पूजा करने से पहले सोलह श्रृंगार कर ले यह करना शुभ माना जाता है।
करवा चौथ का व्रत करने के लिए लाल जोड़े वस्त्र पहने, यह पहनना शुभ होता है। भूलकर भी ना करें काले वस्त्रों का चयन।
इस व्रत में सुहागिनों को करवा चौथ का “व्रत कथा” सुनना चाहिए, अन्यता यह व्रत पूर्ण नहीं माना जाता है।
पहली बार करवा चौथ का व्रत करने वाली सुहागिन, सही दिशा में बैठकर कथा सुने और परंपराओं के अनुसार पूजा को संपन्न करें।
भूलकर भी ना बनाए इस दिन मांसाहारी का भोजन और परिवार के अन्य सदस्यों को भी इसे खाने से रोके।
पहली बार करवा चौथ का व्रत रखने वाली सुहागन को शादी का जोड़ा पहनना शुभ माना जाता है।