Brain Cancer Symptoms: आजकल लोगों का ज्यादातर समय मोबाइल स्क्रीन के सामने गुजरता है। बच्चों से लेकर बड़े तक अक्सर इसका इस्तेमाल करते रहते हैं। हालांकि, जरूरत से ज्यादा मोबाइल का इस्तेमाल सेहत को नुकसान पहुंचा सकता है।
शायद ही कोई ऐसा हो जिसके हाथ में आपको इन दिनों मोबाइल नजर ना आए। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने एक रिपोर्ट जारी करके इस बात का खुलासा किया कि मोबाइल फोन का इस्तेमाल करने से ब्रेन कैंसर जोखिम नहीं बढ़ता है, तो आइये इसके बारे में विस्तार से जानें।
ब्रेन कैंसर के लक्षण
- ब्रेन कैंसर में बहुत से लक्षण दिखाई दे सकते हैं।
- बोले और समझने में कठिनाई या आवाज में बदलाव आना
- चलने में दिक्कत आना और चक्कर महसूस होना।
- मानसिक क्षमता में कमी या खराब स्मृति के लक्षण दिखना ।
- स्पर्श के एहसास में कमी आना।
- सतर्क रहने में कठिनाई, कमजोरी या अत्यधिक नींद आना।
- गंभीर और लगातार सिरदर्द होना।
- मांसपेशियों में कमजोरी, विशेष रूप से हाथ और पैरों में महसूस होना।
क्या है WHO की रिपोर्ट
WHO कि एक व्यापक समीक्षा के अनुसार स्मार्टफोन के इस्तेमाल और ब्रेन कैंसर का कोई लिंक नहीं है। अध्ययन में शोधकर्ताओं ने रिपोर्ट में बताया कि स्मार्टफोन के लंबे इस्तेमाल के बावजूद ग्लियोमा और सलाइवेरी ग्लैंड के ट्यूमर जैसे कैंसर(causes of brain cancer) के खतरे में कोई बढ़ोतरी नहीं हुई है।
क्या है इस रिपोर्ट का सार
वर्ल्ड हेल्थ आर्गेनाईजेशन WHO के नए रिव्यू रिपोर्ट की माने, तो ब्रेन कैंसर और मोबाइल फोन का कोई लिंक मौजूद नहीं है, मतलब साफ है कि स्मार्टफोन के ज्यादा इस्तेमाल से ब्रेन कैंसर के खतरे के दावे सही नहीं है (WHO) की और से साल 1994 से लेकर 2022 के दौरान किए जाने वाली 63 स्टडीज के हवाले से ब्रेन कैंसर न होने का दावा किया गया है, जिसमें ऑस्ट्रेलियाई सरकार की रेडिएशन प्रोडक्शन अथॉरिटी की रिपोर्ट शामिल है।
ये भी पढ़े ! Self-Talk Benefits: खुद से बातें करना मानसिक स्वास्थ्य के लिए जरूरी है क्यों ? जाने क्या है इसके फायदे।