Ganesh Chaturthi 2024 Mantra: पंचांग के अनुसार एक महीने में दो बार चतुर्थी तिथि पड़ती है लेकिन माघ माह की चतुर्थी तिथि बेहद खास होती है। इसे माघी चतुर्थी, वक्रतुंडी चतुर्थी और तिलकुटा चौथ भी कहा जाता है। गणेश भगवान के भक्तों के लिए यह बहुत ही शुभ दिन होता है। इस दिन महिलाएं अपने परिवार की सलामती के लिए व्रत करती हैं और विघ्नहर्ता को प्रसन्न कर उनका आशीर्वाद लिया जाता है।
यह व्रत खासतौर पर संतान की दीर्घायु और खुशहाली के लिए रखा जाता है। इस बार गणेश चतुर्थी की शुरुआत 7 सितंबर 2024 से हो रही है। यह गणेश उत्सव पूरे 10 दिनों तक धूमधाम से चलता है, तो चलिए इसके खास मंत्रो के बारे में जानते है।
गणेश जी के 7 महत्वपूर्ण मंत्र
1. “ऊँ वक्रतुण्ड महाकाय सूर्य कोटि समप्रभ। निर्विघ्नं कुरू मे देव, सर्व कार्येषु सर्वदा ॥” इस मंत्र के उच्चारण मात्र से ही भक्तों के सभी कष्ट दूर हो जाते हैं, और बुधवार के दिन पूजा के दौरान आप इस मंत्र का कम से कम 108 बार जाप करें। इससे आपके हर कार्य सफल होंगे और सभी मनोकामनाएं पूरी होंगी।
2. “ॐ एकदंताय विद्महे, वक्रतुण्डाय धीमहि, तन्नो दंती प्रचोदयात्, ॐ महाकर्णाय विद्महे, वक्रतुण्डाय धीमहि, तन्नो दंती प्रचोदयात्, ॐ गजाननाय विद्महे, वक्रतुण्डाय धीमहि, तन्नो दंती प्रचोदयात्” इस मंत्र का जाप 108 बार करना चाहिए। इस मंत्र के जाप से पूर्व हरे रंग की गणेश मूर्ति उत्तर दिशा में मुख करके स्थापित करें।
3. “ॐ श्रीं गं सौम्याय गणपतये वर वरद सर्वजनं मे वशमानय स्वाह” आपको गणेश जी और माता लक्ष्मी पूजा के बाद इन गणेश मंत्र का जाप 108 बार करना चाहिए।
4. “दन्ताभये चक्रवरौ दधानं, कराग्रगं स्वर्णघटं त्रिनेत्रम्।, धृताब्जयालिङ्गितमाब्धि पुत्र्या-लक्ष्मी गणेशं कनकाभमीडे” अर्थ-गणेश जी का ये मंत्र सबसे अधिक लोकप्रिय है। इस मंत्र का अर्थ ये है कि जिनकी सुंड घुमावदार है, जिनका शरीर विशाल है, जो करोड़ सूर्यों के समान तेजस्वी।”
5. “ॐ गणेश ऋणं छिन्धि वरेण्यं हुं नमः फट्” इस उपाय को करने से व्यक्ति की नौकरी की समस्या तुंरत हल हो जाती है।
6. “ॐ नमो ह्रीं श्रीं क्रीं श्रीं क्लीं क्लीं श्रीं लक्ष्मी मम गृहे धनं देही चिन्तां दूरं करोति स्वाहा” बुधवार की पूजा में इस मंत्र का 108 बार जाप करने से व्यक्ति का भाग्य चमकता है और सभी कार्य अनुकूल सिद्ध होते हैं।
ये भी पढ़े ! Ganesh Chaturthi 2024: गणेश चतुर्थी पर ऐसे करें मराठी स्टाइल में सजावट, बप्पा हो जायेंगे प्रासंद।